कांसाबेल ग्राम पंचायत को स्वच्छ ग्राम के नाम पे कई अवार्ड मिले हैं,और हर साल लाखों रुपए साफ सफाई के नाम पे खर्च कर दिया जाता हैं,साफ सफाई की सारी जिम्मेदारी ग्राम पंचायत इतनी ईमानदारी से निभा रही हैं की पूरी पंचायत कचरे में तब्दील हो गई हैं,पंचायत सचिव पंचायत में दिखते नही और किसी का फोन उठाते नहीं,सरपंच महोदया को घर के काम से फुरसत नहीं की वह पंचायत के काम देख सके,केवल पंचायत के फंड में घपलेबाजी करने का काम ही पंचायत में अच्छे से निभा रहे है,कांसाबेल धर्मशाल के पास जिसके अगल बगल दुकान है और लोगो के लिए आम रास्ता मगर आज वहा कचरा का ढेर हैं,कांसाबेल सरपंच का खुद का ट्रेक्टर को कचरा उठाने का काम में लगी हैं और हर महीने लाखो का बिल बनता है मगर कचरा उठाते ट्रेक्टर कभी नही दिखता,कांसाबेल पंचायत के लोग इस सरपंच काम से लोग परेशान दिखे,ग्राम पंचायत सचिव भी अपनी जिम्मेदारी को सही से निभा नही पा रहे हैं,,
कांसाबेल के पूर्व बीडीसी ने कहा की पंचायत में फंड की कोई कमी नहीं है मगर पंचायत की लापरवाही बरतने के कारण अव्यवथा का आलम है,
कांसाबेल सीईओ ने बताया की कांसाबेल सचिव दिलेश्वर सिदार की बहुत सी शिकायत मिल रही हैं,कांसाबेल जैसे बड़े पंचायत का संचालन सही से नही कर पा रहा हैं,सीईओ के बात करने पर ऐसा लगता हैं की बहुत कांसाबेल पंचायत को नया सचिव मिलने वाला है।
कांसाबेल के बीएससी रवि शर्मा ने भी सचिव और सरपंच के कार्य से संतुष्ट दिखे उनका भी कहना था की कांसाबेल सचिव दिलेश्वर को कॉल करने पर रिसीव नहीं करना उसकी सबसे बड़ी कमी है,