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जिले के प्रभारी मंत्री श्री उमेश पटेल खद्दी पर्व में शामिल होकर पूजा-अर्चना करके जिले की सुख, समृद्धि एवं खुशहाली की कामना की समाज के प्रमुख लोगों ने उमेश पटेल को पारम्पारिक गमछा और पगड़ी पहनाकर स्वागत किया प्राकृतिक और सांस्कृतिक धरोहर को हम सभी को सहेज कर रखना होगा- विधायक श्री विनय भगत

 



जशपुरनगर 16 अप्रैल 2022/उच्च शिक्षा, कौशल विकास और जिले के प्रभारी मंत्री उमेश पटेल दीपू बगीचा में सरहुल पूजा (खद्दी पर्व) में शामिल हुए और विधि विधान से पूजा अर्चना करके जिले वासियों के लिए सुख, समृद्धि, खुशहाली की कामना की। उन्होंने सभी को अपनी हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर संसदीय सचिव एवं कुनकुरी विधायक श्री यू.डी.मिंज, जशपुर विधायक श्री विनय भगत, मनोरा जनपद पंचायत उपाध्यक्ष श्री संजीव भगत, जिला पंचायत सदस्य श्रीमती आरती सिंह, कलेक्टर श्री रितेश कुमार अग्रवाल, पुलिस अधीक्षक श्री विजय अग्रवाल, अपर कलेक्टर श्री आई.एल.ठाकुर, श्री मनोज सागर यादव, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष हीरूराम निकुंज, श्रीमती रत्ना पैकरा, श्री सूरज चौरसिया, श्री अमित महतो, श्री अजय गुप्ता, श्री रामचन्द्र प्रधान,  श्री बसंत कुमार भगत, श्री मानसिद्ध एक्का, सहित राजी पड़हा समाज के पदाधिकारी और समाज के लोग बड़ी संख्या में उपस्थित थे।


खद्दी पर्व धरती पूजा के अवसर पर समाज के प्रमुख लोगों ने प्रभारी मंत्री श्री उमेश पटेल को पारम्पारिक गमछा और पगड़ी पहनाकर स्वागत किया। उन्होंने पारम्पारिक वाद्य यंत्र बजाकर लोगों का उत्साह वर्धन किया।  
प्रभारी मंत्री उमेश पटेल ने खद्दी पर्व के अवसर पर अपने उद्बोधन में कहा कि आज सामाजिक कार्यक्रम में शामिल होकर बहुत खुशी हो रही है। सदियों से ही प्रकृति और धरती को सुरक्षित रखने के लिए संकल्प लिया जा रहा है और हमें उन संकल्प को पूर्ण करना है। उन्होंने छत्तीसगढ़ शासन की योजनाओं का भी लाभ उठाने के लिए लोगों को प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों की सुविधा को देखते हुए सन्ना में नवीन कॉलेज की शुरूआत की गई है, ताकि आस-पास के विद्यार्थियों को सुविधा का लाभ मिल सके।


जशपुर विधायक श्री विनय भगत ने खद्दी पर्व धरती पूजा के अवसर पर सभी को अपनी हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि समाज के लोगों द्वारा हर वर्ष हर्षोल्लास के साथ पर्व मनाया जाता है और समाज के लोगों के द्वारा एक जगह एकत्रित होकर धरती मॉ की पूजा-अर्चना किया जाता है और जिले वासियों के लिए सुख, समृद्धि एवं खुशहाली की कामना की जाती है। उन्होंने समाज के सभी लोगों अपनी प्राकृतिक, सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित रखने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि अनेकता में एकता ही संस्कृति की सबसे बड़ी विशेषता है और इसकी विशेषता ही हमें आगे बढ़ाती है।

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