जशपुर सन्ना:- जशपुर जिले में इन दिनों शिक्षा विभाग बेहद ही सुर्खियों में बना हुआ है इससे भी अधिक हम बात करें तो बगीचा विकासखंड का शिक्षा विभाग अभी हद से नीचे गिर चुका है यहां के शिक्षक को अधिकारियों के डर भय या आदेश का पालन परिपूर्ण नहीं कर पा रहे हैं जिसमें यह देखा जा रहा है कि बच्चे कहीं काम कर रहे हैं कहीं झाड़ू लगा रहे हैं तो कहीं बाथरूम साफ कर रहे हैं ।
शिक्षा विभाग के इस कार्यप्रणाली पर कई सवाल तो खड़े हो रहे हैं दूसरी बात इस तरह में कैसे गढ़ेगा नवा जसपुर और नवा छत्तीसगढ़ ये सोचने वाली बात होगी ?
ऐसा ही एक मामला हम आपको बताने जा रहे हैं जहां प्राथमिक स्तर पहली दूसरी के बच्चों से स्कूल में पानी भुलाया जा रहे हैं दूसरी बात शिक्षिका भी स्कूल में ना समय से पहुंच रही है न ही बच्चों को सही शिक्षा मिल पा रहा है ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार जशपुर जिले के बगीचा विकास खंड अंतर्गत प्राथमिक विद्यालय भादू का ये पूरा मामला है जहां से एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमे साफ तौर पर देखा जा सकता है किस प्रकार से बच्चे बस्ता पेन कॉपी उठाने छोड़ उन नाजुक हांथो में डस्टबिन में पानी उठाने को मजबूर हैं ।
पानी लाने वाले बच्चों ने बताया कि मैडम लेट से आती हैं प्राथमिक के सहायक शिक्षिका फुलमईत खलखो जब 10:20 मिनट में स्कूल पहुंची तो लेट से आने का कारण पूछा तो उन्होंने जवाब नहीं दिया उन्होंने कहा की 9:45 में स्कूलके पहुंचना है लेकिन लेट हो गया ।
बच्चों में बताया कि हर रोज मैडम इसी टाइम पर आती हैं ।
दूसरा मामला बता दें वहाँ के प्रधान पाठक हीरालाल पैकरा तो स्कूल से नदारद ही रहते हैं दिनांक 20 जुलाई को स्कूल को स्कूल का जायजा लिया गया जिसमें वो अनुपस्थित पाए गए शिक्षिका ने बताया की पता नहीं कहा गए हैं घर मे जून होंगे ?
अब ऐसे में शिक्षा विभाग में एक बड़ा सवाल खड़ा हो रहा है लापरवाह शिक्षकों के कारण शिक्षा विभाग तो बदनाम हो ही रहा है साथ ही बच्चों के भविष्य के साथ भी खिलवाड़ किया जा रहा है अब जिस हाथों में उसे पेन काफी बस्ता लेकर अपना भविष्य गणना चाहिए उन हाथों में शिक्षकों ने डस्टबिन का डब्बा पकड़ा दिया है ।
अब देखना होगा इन सब मामलों में शिक्षा विभाग दोषियों के ऊपर क्या कार्रवाई करती है
इन सभी मामले में डीईओ जिला शिक्षा अधिकारी जे प्रसाद ने कहा कि मैं बिलासपुर जा रहा हूं संबंधित विकास खंड शिक्षा अधिकारी को मैं जांच का आदेश दूंगा जांच के उपरांत जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी दूसरी बात है बच्चों से पानी ढुलाने की तो वहां कोई पियून चपरासी नहीं रहते हैं इस कारण बच्चे पानी ला रहे होंगे ।
विकास खंड शिक्षा अधिकारी से हमने जानकारी लेने की कोशिश की लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया ।